मैं पिछले महीने तमिलनाडु के चेन्नई में
घर गली घेरे गहरे पानी में .
आज हूँ अमेरिका में ,
कहते हैं स्वर्ग भूमि
मैं पिछले महीने तमिलनाडु के चेन्नई में
घर गली घेरे गहरे पानी में .
आज हूँ अमेरिका में ,
कहते हैं स्वर्ग भूमि
घर गली घेरे हैं बरफ से.
घर गली घेरे हैं बरफ से.
पर न कोई नागरिक दुखी.
न बिजली का डिस्सिकनेट
न दूरभाष का ,न इन्टरनेट का .
घर में आराम.
प्रकृति की शक्ति बड़ी;
बढी तो होगा असहनीय असाध्य दुःख ;
चाहे स्वर्ग सैम अमेरिका हो
चाहे आध्यात्मिक देश भारत हो;
अहंकारी धनि लोभी जन को
देख समझ सुधारना चाहिए,
पर दिन ब दिन
शैतानियत बढती जा रही है;
घूस ,भ्रष्टाचारी ,बलात्कारी कभी न सुधारे
सुनामी देखकर भी.
महावीर ,बुद्ध,रमण महर्षि जैसे
दिगंबर ,अर्द्ध नग्न ,कौपीनधारी
संत-सन्यासियों के देश में
भगवान और भक्ति के नाम से
व्यापार; आश्रमों में त्याग की बात नहीं
लूट की बात;
स्वर्नासन स्वर्न्हीरे जडित मुकुट;
मिलने दस हज़ार ,निकट बैठने लाख
हो जाते करोड पति;
कानूनी हो या गैरकानूनी
राजनैतिज्ञ नेता जाते दर्शन को;
ईश्वारीय शक्ति के सामने झुकने को
भ्रष्टाचार बढाने को;
हर पिनामियों के पीछे मंदिर
हर नेता और पिनामियों के अधीन
इन्जनीयर और मेडिकल कालेज ;
कात्खाना ,फेक्टरी ; मधुशाला.
अमीरी के आगे न्याय और नियायालय पिछलग्गु बन जाता.
खान गाँधी होना मंजूर ,
सत्य असत्य होना मंजूर
पैसे वोट में बदलना मंजूर
भ्रष्टाचारी अपराधी अभिनेता अभिनेत्री
सांसद वैधानिक मंत्री बनना मंजूर.
तब तो प्राकृतिक प्रलय होगा ही ;
सब बंद होने एक नयी शक्ति आयेगी
ऐसी आशा में जियेंगे भारतवासी .
खुद जागने ,जगाने कोई नहीं तैयार;
युग पुरुष आयेगा ,सुधरेगा भारत.
जय भारत को जय हिन्द में बदल दिया
यह तो एक नदी विशेष;
कितने उदार हम ,कितने सहन शील ;
गाते हैं हिन्दू ,मुस्लिम ,सीख ईसाई.
आपस में है भाई -भाई .
पर दे दिए म्य्गलों को एक देश;
देते हैं अल्पसंख्यक अधिकार.
हमें देश का नाम बदलना है भारत.
सिन्धु नदी का हिन्द प्रदेश है नहीं यह;
गंगा ,यमुना ,सरस्वती ,ब्रह्म पुत्र ,कावेरी ,गोदावरी
सब नदियों की विस्तृत भूमि
भारत महान.
सोचो ;जागो जरा काम की बात करो.
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