வியாழன், ஜனவரி 28, 2016

सोचो जागो

 मेरा प्रणाम।
सनातन धर्म  संकट मोचन का मार्ग दर्शक है।
  आध्यात्मक सा धन  में लगने
लॉकिक  इच्छाओं से दूर रहकर
साधु संत  र्रुषी मुनियों के जीवन
ईश्वरीय सदाचार,दान-धरम जगत मिथ्या
आदि   सदुपदेश ईश्वरत्व  प्रदान करने
उनसे रचित धार्मिक ग्रंथों के प्रचार प्रसार के लिए
आचार्य  ब्राह्मण  प्रोहित  वर्ग।
राज्य की सुरक्षा , सांसारिक  सुख मनमाना भोगने
देश की सुव्यवस्था   करने नैतिक आचरण की देख रेख के लिए क्षत्रिय वर्ग
व्यापार के लिए वैश्य
छोटे मोटे काम के लिए स्वच्छता के लिए मज्दूर वर्ग
इस व्यवस्था में कमी क्यों आयी?
माया   स्त्री आकर्षण।
मिलावट।खून में। रक्त बंधन मे़ं विचारों में
शारीरिक मिलावट।
प्रतिभाशाली औसत मंद आसुरी शक्तियों में।
संयम छोड दिया। आत्म नियंत्रण छोड दिया।
  संभोगानंद  संसार को संकट में डाल दिया।
विदुर का जन्म । सोचने के लिए।