मेरी नयन तारा सखी!
जगाती मुझे न गालियाँ देकर।
मधुर गीत गाकर जगाती।
याद दिलाने किसी की जरूरत नहीं,
यादों की सूची लेकर
दैनिक कार्य - क्रम लेकर
साथ ही रहती है वह।
छूटने न देती ,भूलने न देती।
जगाती मुझे न गालियाँ देकर।
मधुर गीत गाकर जगाती।
याद दिलाने किसी की जरूरत नहीं,
यादों की सूची लेकर
दैनिक कार्य - क्रम लेकर
साथ ही रहती है वह।
छूटने न देती ,भूलने न देती।
,गला फाडकर चीखने - चिल्लाने की जरूरत नहीं,
तरंगों के शोरों के पार के दोस्तों से,
आहिस्ते -आहिस्ते बोलने की मधुर सुविधा देती।
जल्सों की बधाई संदेश के तार
पहुँचते अति विलंब।
अब संक्षेप - संदेश
तुरत पहुँचाने, साथ देती ।
अपूर्व संवाद,
दुर्लभ दृश्य ,
तुरंत जमै करने का चातुर्य।
मधुर यादों के गीत ,
जब मन चाहता ,
तब सुनाने में समर्थ।
मेमरी कार्ड ।।
कविता लिखना है तो
न कागज की जरूरत न स्याही की।
उंगलियों से लिखता हूँ,
ठीक करता हूँ, पढता हूँ ।
तरंगों के गोपुर काम नहीं करता तो
रुकावट खेद नहीं कहा करती।
तरंगों के गोपुर काम नहीं करता तो
रुकावट खेद नहीं कहा करती।
एक पल भी मुझसे अलग नहीं कटती,
मेरी प्रिय सखी।
इसकी निकट संपर्क देख ,
मेरी तबीयत की चिंता है सब को।।
केवल इसका वजन मात्र नहीं,
किरण -असर भी कम होता ,तो
और भी अच्छा हो जाता।
तरंगों के शोरों के पार के दोस्तों से,
आहिस्ते -आहिस्ते बोलने की मधुर सुविधा देती।
जल्सों की बधाई संदेश के तार
पहुँचते अति विलंब।
अब संक्षेप - संदेश
तुरत पहुँचाने, साथ देती ।
अपूर्व संवाद,
दुर्लभ दृश्य ,
तुरंत जमै करने का चातुर्य।
मधुर यादों के गीत ,
जब मन चाहता ,
तब सुनाने में समर्थ।
मेमरी कार्ड ।।
कविता लिखना है तो
न कागज की जरूरत न स्याही की।
उंगलियों से लिखता हूँ,
ठीक करता हूँ, पढता हूँ ।
तरंगों के गोपुर काम नहीं करता तो
रुकावट खेद नहीं कहा करती।
तरंगों के गोपुर काम नहीं करता तो
रुकावट खेद नहीं कहा करती।
एक पल भी मुझसे अलग नहीं कटती,
मेरी प्रिय सखी।
इसकी निकट संपर्क देख ,
मेरी तबीयत की चिंता है सब को।।
केवल इसका वजन मात्र नहीं,
किरण -असर भी कम होता ,तो
और भी अच्छा हो जाता।