ஞாயிறு, ஏப்ரல் 08, 2012

balaji darshan

तिरुप्प्ति जानेवालों को  अत्यधिक सुविधा करना है टी क़तर की ऐसी सुविधा करनी है,जीमे एक ही जा सके.शुल्क-मुफ्त सुविधा के अनुसार गर्भ गरु तक क़तर चार बनानी है,जिससे एक दूसरे को धकेलकर   आगे न जा सके.
चोरी से बिक्री करने को अधिकारी देक्ख्र चुप रहते है.यह ठीक नहीं है.मुफ्त का खाना कतार पर आनेवाले सबको सामान वितरण करना है.खासकर १२ बजे से ३ बजे तक पिंजरे में बंद भक्त चोरी बिक्रता से ही लेंना पड़ता है.वहां के सेक्रूटी  चुप रहते हैं. पुलिस भी घुसकर चोरी से माल बेचनेवालों पर कठोर नज़र नहीं रखती.
इन सब के बावजूद भी भक्त खुश और संतुष्ट है.यही भगवान की शक्ति है.

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